Edited By ,Updated: 01 Jan, 2016 01:06 PM
ज्यादातर 20,000 इंसानो में से एक इंसान बौना होता है लेकिन चीन के एक गांव की कहानी ही अलग है। इस गांव की लगभग 50 प्रतिशत...
ज्यादातर 20,000 इंसानो में से एक इंसान बौना होता है लेकिन चीन के एक गांव की कहानी ही अलग है। इस गांव की लगभग 50 प्रतिशत आबादी बौनी है। इस गांव में रहने वाले 80 में से 36 लोगो की लम्बाई मात्र 2 फ़ीट 1 इंच से लेकर 3 फ़ीट 10 इंच तक है। इतनी अधिक संख्या में लोगो के बौने होने के कारण यह गांव बौनों के गांव के नाम से प्रसिद्ध है। हालांकि इतनी बड़ी तादाद में लोगो के बौने होने के पीछे क्या रहस्य है इसका पता वैज्ञानिक पिछले 60 सालों में भी नहीं लगा पाये है।
1951 में आया पहला केस सामने :
गांव के बुजुर्गों की मानें तो उनका कहना है कि इस गांव को दशकों पहले किसी बिमारी ने घेर लिया था जिसके चलते वहां के लोग अजीबो-गरीब हरकते करने लगे थे। जिसमें ज्यादातर 5 से 7 साल के बच्चे हैं। इस उम्र के बाद इन बच्चों की लंबाई रुक जाती है। इसके अलावा वो कई और असमर्थताओं से जूझ रहे हैं। इस इलाके में बौनों को देखे जाने की खबरे 1911 से ही आती रही है। 1947 में एक अंग्रेज वैज्ञानिक ने भी इसी इलाके में सैकड़ो बौनों को देखने की बात कही थी।
आज भी रहस्य है इसका कारण :
यह रहस्य वैज्ञानिक 60 साल बाद आज तक नहीं सुलझा पाये है। वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इस गांव की पानी, मिटटी, अनाज आदि का कई मर्तबा अध्ययन कर चुके है लेकिन वो इस स्थिति का कारण खोजने में नाकाम रहे है।
वहीं कुछ लोगो को मानना है की इसका कारण वो ज़हरीली गैसे हैं जो जापान ने कई दशको पहले चीन में छोड़ी थी, हालांकि यह एक तथ्य है की जापान कभी भी चीन के इस इलाके में नहीं पहुंचा था। ऐसे ही समय-समय पर तमाम दावे किए गए, लेकिन सही जवाब नहीं मिला।
अब गांव के कुछ लोग इसे बुरी ताकत का प्रभाव मानते हैं, तो कुछ लोगों का कहना है कि खराब फेंगशुई के चलते हो ऐसा हो रहा है। वहीं, कुछ का कहना ये भी है कि ये सब अपने पूर्वजों को सही तरीके से दफन ना करने के चलते हो रहा है।