Edited By ,Updated: 29 Jun, 2016 02:44 PM
वक्त बदल रहा है और साथ ही बदल रही है समाज की सोच। भोपाल में परंपराओं से हटकर एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया।
भोपाल: वक्त बदल रहा है और साथ ही बदल रही है समाज की सोच। भोपाल में परंपराओं से हटकर एक बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया। मृतक का कोई बेटा नहीं था बल्कि दो बेटियां ही थीं। पिता की बीमारी के बावजूद भी लड़की ने 10वीं के एक्जाम में अपने स्कूल में टॉप किया। भोपाल के अशोका गार्डन थाना क्षेत्र स्थित कृष्णा प्लेस निवासी रामलाल पासी (43) का सोमवार को इलाज के दौरान निधन हो गया।
रामलाल की दोनों किडनियां खराब थी, जिनका लंबे समय से राजधानी के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। मृतक की बड़ी बेटी निशा पासी (15) वर्ष ने अपने पिता की अर्थी को बेटे की तरह कंधा भी दिया और उसी ने मुखाग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार भी किया। पिता की अर्थी को बेटी के कंधों पर देख लोगों की आंखों में आंसू आ गए। बेटी को पिता को मुखाग्नि देते जिस किसी ने भी देखा रो पड़ा।