Edited By ,Updated: 08 Feb, 2016 03:52 PM
कल 9 फरवरी 2016 मंगलवार चन्द्र दर्शन के साथ ही अति शुद्ध वंसतीय गुप्त नवरात्र आरंभ हो रहा है। इस दिन मंगलवार के साथ-साथ ही मंगल का अतिशुभ नक्षत्र धनिष्ठा भी है। जिसे इस नवरत्र का तंत्र अभिचार उतारने, जादू-टोने का अंत करने, बुरी नजर उतारने और भाग्य...
कल 9 फरवरी 2016 मंगलवार चन्द्र दर्शन के साथ ही अति शुद्ध वंसतीय गुप्त नवरात्र आरंभ हो रहा है। इस दिन मंगलवार के साथ-साथ ही मंगल का अतिशुभ नक्षत्र धनिष्ठा भी है। जिसे इस नवरत्र का तंत्र अभिचार उतारने, जादू-टोने का अंत करने, बुरी नजर उतारने और भाग्य संबारने हेतू विशेष महत्व है। यह वंसतीय गुप्त नवरात्र सर्व कामना प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। इन वंसतीय गुप्त नवरात्र में काम देव का जन्मोत्सव और वाग्देवी सरस्वती का महत्वपूर्ण दिन बसंत पंचमी भी आता है। यह नवरात्र गुप्त सिद्धियों तथा जादू-टोने की काट करने के लिए सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि इस नवरात्र का प्रांरभ मंगलवार और मंगल के नक्षत्र से हो रहा है। अत: यह नवरात्र हनुमान जी की उपासना और अपनी किस्मत चमकाने के लिए सर्वश्रेष्ठ है। अपने इस लेख के माध्यम से हम अपने पाठको को बताते हैं कैसे-
गुप्त नवरात्रे और मंगल का योग, बजरंगी तोड़ेगे आपकी बंद किम्मत का Lock
* घर की उत्तर दिशा में लाल कपड़ा बिछाकर हनुमान जी के चित्र की विधिवत स्थापना करें।
* हनुमान जी का षडोशपचार पूजन करें।
* लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।
* चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चांदी का वर्क (माली पन्ना) लेकर हनुमान जी के स्वरूप पर लगाएं।
* लाल चंदन की माला से मंत्र: हं हनुमते रुद्रातमकाय हुं फट॥ का जाप करें।
* मोतीचूर के लड्डू पर लौंग लगाकर अपने सिर से सात बार वार कर हनुमान जी को आंख बंद करके भोग लगाएं। आंखे खोलने के बाद हनुमान जी के विग्रह के सामने उस लड्डू को जोर से तोड़ दें तथा उसे गाय को खिला दें।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com