Edited By ,Updated: 27 Aug, 2015 02:02 PM
बच्चों का शरीर बड़ों के मुकाबले काफी नाजुक होता हैं। वह इंफैक्शन की चपेट में जल्दी ही आ जाते हैं। धूम्रपान का धुंआ बच्चों के लिए बहुत ही हानिकारक होता है जो उनके शारीरिक विकास को बुरी तरह प्रभावित करता है।
बच्चों का शरीर बड़ों के मुकाबले काफी नाजुक होता हैं। वह इंफैक्शन की चपेट में जल्दी ही आ जाते हैं। धूम्रपान का धुंआ बच्चों के लिए बहुत ही हानिकारक होता है जो उनके शारीरिक विकास को बुरी तरह प्रभावित करता है।
धूम्रपान करने वाले अपनी जान तो खतरे में डालते ही हैं, साथ ही में दूसरों की सेहत भी खराब करते हैं। स्मोकिंग के आदी लोगों को यह ध्यान ही नहीं रहता कि वो कहां खड़े और किसके पास खड़े होकर धूम्रपान कर रहे हैं, इस चक्कर में कई ऐसे लोग भी बीमार पड़ जाते हैं, जिन्होंने कभी सिगरेट का सेवन ही नहीं किया।
हर साल लगभग हजार लोग धूम्रपान नहीं करते हुए भी आस-पास के लोगों द्वारा धूम्रपान के प्रभाव से मारे जाते हैं क्योंकि उनकी सांसों में सिगरेट का जहरीला धुंअा भर जाता है और इसका सबसे ज्यादा शिकार बच्चे होते हैं। उनके नाजुक अंग सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव में आते हैं।
जानिए, बच्चों के पास धूम्रपान क्यों नहीं करना चाहिए:-
1. बच्चों के पास धूम्रपान करने से बच्चों में अकस्मात मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि उनमें ऐसे सिंड्रोम डेवलप हो जाते हैं।
2. उन्हें निमोनिया और ब्रोनकाईटिस भी हो सकता है।
3. अगर घर का कोई सदस्य धूम्रपान करता है तो बच्चों के विकास पर नकारात्मक असर पड़ता है।
4. घर में सिगरेट का धुंआ भरा होने की वजह से बच्चों के कानों में संक्रमण होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।
5. बड़ों द्वारा धूम्रपान की वजह से बच्चों को कफ की परेशानी रहती है। इससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है।
6. घर में बड़ों को सिगरेट पीते बच्चे भी बड़े होकर धूम्रपान करने के आदी हो जाते हैं।