Edited By ,Updated: 10 Dec, 2016 06:11 PM
चेन्नई के 11 साल के प्रग्गा उर्फ़ प्रग्गनानंधा दुनिया के सबसे कम उम्र के चेस ग्रैंडमास्टर बन सकते हैं।
चेन्नईः चेन्नई के 11 साल के प्रग्गा उर्फ़ प्रग्गनानंधा दुनिया के सबसे कम उम्र के चेस ग्रैंडमास्टर बन सकते हैं। प्रग्गा अपनी उपलब्धि की ऊंचाई के सारे पैमाने सेट कर चुके हैं और अब वह दिन दूर नहीं जब उनके सिर पर ग्रैंडमास्टर का ताज सजेगा। दरअसल, प्रग्गा भारत के अन्य सभी चेस खिलाड़ियों में सबसे ज़्यादा टैलेंटेड हैं। खास बात यह है कि सबसे कम उम्र के इंटरनेशनल चेस मास्टर का खिताब वो पहले ही अपने नाम कर चुके हैं। उनकी बहन वैशाली खुद एक इंटरनेशनल मास्टर हैं और प्रग्गा उनकी भी मदद लेते हैं।
खिताब से महज़ 16 महीने दूर
अक्टूबर में प्रग्गा ने Paraguayan के ग्रैंडमास्टर Axel Bachmann को न सिर्फ़ 18 मूव्स में हराया था, बल्कि उसे मास्टर्स चैम्पियनशिप से इस्तीफ़ा देने पर भी मजबूर कर दिया। इसके बाद उनके दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने की संभावना और बढ़ गई है। अगर ऐसा होता है, तो ये उनके लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि हो सकती है। वह अपने सपने को पूरा करने और भारत को एक गौरवशाली क्षण देने से महज़ 16 महीने दूर हैं। हालांकि, उन्हें अभी रूस के Sergey Karjakin का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए काफ़ी Elo Points की ज़रूरत है। Karjakin 12 साल 7 महीने में ग्रैंडमास्टर बने थे।
क्या है प्रग्गा की चाहत?
प्रग्गा की चाहत है कि वे 12 साल के होने से पहले ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल कर लें। इसके लिए प्रग्गा जमकर मेहनत कर रहे हैं। प्रग्गा के मुताबिक, मैं अगले साल तक 5-6 टूर्नामेंट खेलूंगा, जिससे मेरी रेटिंग अच्छी होगी और मेरे रेटिंग प्वाइंट्स 2500 तक पहुंच सकते है। ग्रैंडमास्टर स्टेट्स के लिए मुझे 2600+ प्वाइंट्स लाने होंगे। गौरतलब है कि भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने 18 साल की उम्र में खिताब अपने नाम किया था, जबकि सबसे कम उम्र के भारतीय के तौर पर यह खिताब परिमार्जन नेगी के नाम है, जिन्होंने 13 साल 4 महीने की उम्र में यह कारनामा कर दिखाया था।