Edited By ,Updated: 09 May, 2016 05:57 PM
इसे मां की मजबूरी कहें या जागरूकता का अभाव कि 15 साल की लड़की 17 साल के दूल्हे संग ब्याही जा रही थी।
छतरपुर (कीर्ति राजेश चौरसिया): इसे मां की मजबूरी कहें या जागरूकता का अभाव कि 15 साल की लड़की 17 साल के दूल्हे संग ब्याही जा रही थी। घटना बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र की घुवारा तहसील के बनोरा थाना क्षेत्र के ग्राम कुटोरा की है। यहां की विधवा बाई अहिरवार अपनी सबसे छोटी बेटी नाबालिग अनीता को शादी के बंधन में बंधने जा रही थी।
इस नाबालिग लड़की की शादी की सूचना जैसे ही क्षेत्रीय समाजसेविका भगवती अहिरवार को लगी तो उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को साथ लेकर शादी रुकवा दी। शादी रुकते देख दूल्हा, बाकी बाराती रफूचक्कर हो गए। लड़की की मां ने बताया कि पति की हत्या के बाद उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपनी बेटियों को पाला। कर्ज लेकर यह शादी कर रही थी।
अगर मैं मर गई तो इसका कौन सहारा बनेगा। गौर हो कि घुवारा तहसील के ग्राम पंचायत कुटोरा में कुछ दिन पहले नाबालिग बच्ची बिनीता यादव की भी शादी करवाई जा रही थी जिसे रुकवा दिया गया।