Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jul, 2017 06:37 PM
तंबाकू की लत से छुटकारा पाने के लिए लोग अपने आप आगे आ रहे हैं। इसके लिए पिछले साल केंद्र सरकार ने अभियान की शुरूआत की थी।
नयी दिल्ली : तंबाकू की लत से छुटकारा पाने के लिए लोग अपने आप आगे आ रहे हैं। इसके लिए पिछले साल केंद्र सरकार ने अभियान की शुरूआत की थी। इससे प्रभावित होकर लत से छुटकारा पाने के लिए 20 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने भारत में तंबाकू के खिलाफ छेड़े गए अभियान के संबंध में रिपोर्ट पेश की है, जिसमें खुलास हुआ कि लोगों अपनी इच्छा से तंबाकू खाने से निजात पाना चाहते हैं।
डब्लूएचओ ने कहा कि भारत सरकार के तंबाकू छोड़ो अभियान के पहले ही साल 20 लाख से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया है। व्यक्तिगत सलाह के लिए मोबाइल तकनीक को काम में लाने की वकालत की। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि सरकार ने इसके लिए 2016 जनवरी में देशव्यापी अभियान की शुरू की थी। उसी साल मई के महीने में टोल फ्री क्विटलाइन शुरू की।
ग्लोबल एपिडेमिक 2017 पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में कहा गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यक्रम के पहले वर्ष के अंत में कम से कम 12000 पंजीकृत उपभोक्ताओं का मूल्यांकन किया था,जिसमें तंबाकू छोड़ने की औसत दर 7 प्रतिशत दर्ज की गयी थी.
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के राष्ट्रीय द्विभाषीय कार्यक्रम 2016 के लांच किये जाने से ले कर अब तक 20 लाख से अधिक तंबाकू उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है। 'रिपोर्ट के अनुसार कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए भारत सरकार ने इसको और आगे बढ़ाने का फैसला किया है।