Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jul, 2017 10:23 PM
उत्तराखण्ड में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से आज एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां के चंपावत जिले के टनकपुर रेलवे स्टेशन से खटीमा तक...
टनकपुर: उत्तराखण्ड में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही से आज एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां के चंपावत जिले के टनकपुर रेलवे स्टेशन से खटीमा तक आज मालगाड़ी के आठ डिबे बिना इंजन के 30 किलोमीटर तक पटरी पर दौड़े।
उत्तर प्रदेश में बरेली स्थित पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के जनसपर्क अधिकारी राजेन्द्र सिंह ने दूरभाष पर घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उत्तराखण्ड में चंपावत जिले के टनकपुर से उत्तर प्रदेश के मझौला के बीच 50 किमी तक गत वर्ष से अमान परिवर्तन हेतु निर्माण कार्य चल रहा है।
सिंह ने बताया कि छोटी लाइन से बड़ी लाइन के लिए अमान परिवर्तन के निर्माण के कारण आजकल टनकपुर, चकरपुर, बनबसा तथा खटीमा रेलवे स्टेशन बन्द हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मालगाड़ी के आठ डिब्बे इंजन के बगैर पटरियों पर अत्यधिक गति से दौड़ रहे थे। लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य के कारण आजकल टनकपुर से खटीमा तक पडऩे वाले कई रेलवे फाटक खुले हुए थे तथा कोई बड़ी घटना घट सकती थी। इस हादसे में कई पशुओं की मौत हो गई।
गौरतलब है कि टनकपुर पर्वतीय क्षेत्र का हिस्सा होने के कारण खटीमा से कुछ ऊंचाई पर है जिसके कारण माल गाड़ी के डिब्बे 50 से 60 किमी की गति से दौड़ रहे थे। खटीमा में पटरी नहीं होने तथा लोहे के स्लीपर और अन्य काफी सामान रखे होने के कारण डिब्बे उनसे टकरा कर रुक गए।