Edited By ,Updated: 19 Dec, 2016 08:15 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद लोगों ने घर में रखे पुराने नोटों से सोने वालों के लिस्ट में हैदराबाद....
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद लोगों ने घर में रखे पुराने नोटों से सोने वालों के लिस्ट में हैदराबाद के लोग भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार 8 नवंबर से 30 नवंबर के बीच करीब 2700 करोड़ रुपए का सोना खरीदा गया।
1 से 10 दिसंबर तक करीब 1500 किग्रा सोना का आयात: ईडी
ईडी के मुताबिक यह सोना बिस्किट के रूप में खरीदा गया है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक हैदराबाद में इस दौरान करीब 8 हजार किग्रा सोना आयात किया गया था। नोटबंदी के बाद 1 दिसंबर से 10 दिसंबर तक करीब 1500 किग्रा सोना आयात किया गया। इसका इस्तेेमाल कालेधन को सफेद बनाने में किया गया।
ग्राहको ने सोना खरीद को लेकर एडवांस्ड पेमेंट तक कर दी थी: ज्वैलर
एक अखबार के अनुसार हैदराबाद के ज्वैलर ने माना है कि नोटबंदी के बाद उसके पास में सोने की मांग बढ़ी और कुछ ने सोना खरीद को लेकर एडवांस्ड पेमेंट तक भी दी थी। इस तरह के करीब 5200 ग्राहकों की बात ज्वैलर ने स्वीकार की है। उसके मुताबिक 8-9 नवंबर को देर रात तक दुकान खोली गई थी।
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी डिलीट
ईडी के मुताबिक उन्होंने नोटबंदी के एलान के कुछ घंटों के बाद ही 100 करोड़ रुपए का सोना बेच दिया। इसकी जांच के दौरान ईडी ने यह भी पाया है कि सबूत मिटाने के मकसद से दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी डिलीट करने की कोशिश की गई। इस बात का पता तब चला जब ईडी ने पड़ोस की दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी। इस दौरान पता चला कि फुटेज में देर रात तक दुकान खुलने और ग्राहकों के आने जाने जैसी कोई सामग्री इसमें नहीं थी।
ईडी के मुताबिक आयकर विभाग इस बात का पता लगाएगा कि कहीं ज्वैलर्स ने कालेधन को सफेद बनाने के चक्कर में पुरानी करेंसी को तो स्वीकार नहीं किया है। अगर ऐसा हुआ है तो यह कानून का उल्लंघन है।