Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 10:50 PM
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता... के तहत सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ पर नकेल कसने तथा चीन से लगती सीमा पर सैन्य गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए सेना को जल्द ही 600 मिनी मानव रहित यानों (यू.ए.वी.) से लैस किया जाएगा। सीमा पार से आने वाले...
नई दिल्ली: उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता... के तहत सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ पर नकेल कसने तथा चीन से लगती सीमा पर सैन्य गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए सेना को जल्द ही 600 मिनी मानव रहित यानों (यू.ए.वी.) से लैस किया जाएगा।
सीमा पार से आने वाले आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के बाद अब सेना घुसपैठ से पहले ही उनकी टोह लेकर उन्हें सीमा पर ही दबोचने की रणनीति बना रही है। सेना के अभियान में पिछले एक साल में ही पौने दो सौ से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं। सेना ने मिनी यू.ए.वी. खरीदने की प्रक्रिया को तेज करने का फैसला किया है। सेना के सूत्रों के अनुसार इस सौदे में हाथ आजमाने वाली कंपनियों की निविदाओं की जांच की जा चुकी है और इन्हें जल्द खरीदने के लिए इनका तकनीकी मूल्यांकन तथा यू.ए.वी. का परीक्षण किया जा रहा है।
लगभग 950 करोड़ रुपए की लागत से खरीदे जाने वाले ये ड्रोन अग्रिम मोर्चों को संभालने वाली सभी इन्फैंट्री बटालियनों को सौंपेे जाएंगे। 4 से 5 हजार मीटर की ऊंचाई तक उडऩे में सक्षम ये यान लगभग 10 किलोमीटर की परिधि में चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे और वहां की तस्वीरें निरंतर बटालियन कमांडर को भेजते रहेंगे।