Edited By ,Updated: 31 Jul, 2016 06:21 PM
भारत भले ही 15 अगस्त को आजादी की 70वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा हो लेकिन आज भी भारत सांप्रदाय की जंजीरों...
नई दिल्ली: भारत भले ही 15 अगस्त को आजादी की 70वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा हो लेकिन आज भी भारत सांप्रदाय की जंजीरों में जकड़ा हुआ है। देश में एक के बाद एक सांप्रदायिक घटनाएं हो रही हैं। जिससे देश का माहौल दिन पे दिन बिगड़ता जा रहा है। वर्तमान में आंकड़ों के मुताबिक देश में हर रोज 2 वारदातें सांप्रदायिक दंगों से जुड़ी होती हैं।
खूनी रंगों से रंगी सड़कें
- एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 में माह मई तक लगभग 278 सांप्रदायिक घटनाएं घटी हैं जिसमें लगभग 903 लोग घायल और 38 लोगों की मौतें हुई हैं।
- देश में हर रोज 2 सांप्रदायिक वारदातें, 6 लोग हर रोज घायल और हर 4 दिन में एक की मृत्यु हो रही है।
- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और बिहार भारत के ऐसे राज्य हैं जहां सबसे ज्यादा सांप्रदायिक वारदातों को दर्ज किया गया है।
- केवल उत्तर प्रदेश में जनवरी 2016 से मई 2016 तक 61 सांप्रदायिक वारदातें हुईं हैं जिसमें 185 घायल और 13 लोगों को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा।
- 278 घटनाओं में से 199 घटनाएं इन पांच राज्यों में हुई हैं।