Edited By ,Updated: 30 Jul, 2016 11:36 AM
कबाड़ में पैसे छिपाकर रखना महिला को उस समय भारी पड़ गया, जब रद्दी के साथ रुपए भी चले गए। श्रीगंगानगर-बीकानेर हाईवे स्थित सूरतगढ़ तहसील के चक्क 15 एस.जी.आर....
बीकानेर: कबाड़ में पैसे छिपाकर रखना महिला को उस समय भारी पड़ गया, जब रद्दी के साथ रुपए भी चले गए। श्रीगंगानगर-बीकानेर हाईवे स्थित सूरतगढ़ तहसील के चक्क 15 एस.जी.आर. गांव के 2 युवक सुरेंद्र वर्मा व शंकर लाल वर्मा कबाड़ खरीदने गए तो किशोर भादू की पत्नी ने कबाड़ के साथ में रद्दी व पुरानी किताबें उनको बेची।
सुरेंद्र व शंकर ने शाम को घर आकर कबाड़ के सामान का मिलान किया तो किताबों वाले कार्टन में 500 व 100 रुपए की गड्डियां निकलीं। गिनती करने पर यह राशि एक लाख रुपए निकली। दोनों ने ईमानदारी का परिचय देते सुबह गांव के लोगों को साथ लेकर चक्क 15 एस.जी.आर. गांव जाकर उसके मालिक किशोर को राशि लौटा दी।