Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 08:19 PM
रविवार को दिल्ली के तिलकनगर में मुहल्ला सभा का आयोजन किया गया। लोगों ने शिकायत की कि यहां शराब के ठेके पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इसे बंद होना चाहिए। बहुमत को देखते हुए सीएम ने तत्काल यह फैसला सुना दिया और ठेकेवाले को वहां से हट जाने...
नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में शराबबंदी की की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। आप सरकार ने पहली बार लोगों के कहने पर शराब के ठेके बंद करा दिए हैं। मुहल्लेवालों के कहने पर सीएम केजरीवाल ने ये फैसाल लिया है। एेसे में अब सरकार शराबबंदी के लिए जनता की रायशुमारी ले रही है।
केजरीवाल ने तत्काल सुनाया फैसला
दरअसल, रविवार को दिल्ली के तिलकनगर में मुहल्ला सभा का आयोजन किया गया। लोगों ने शिकायत की कि यहां शराब के ठेके पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। इसे बंद होना चाहिए। बहुमत को देखते हुए सीएम ने तत्काल यह फैसला सुना दिया और ठेकेवाले को वहां से हट जाने को कहा गया।
स्वराज मॉडल पर का रही दिल्ली सरकार
अब केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी विधानसभाओं में स्वराज मॉडल को अपनाने की बात करती रही है। रविवार को उसी स्वराज का एक मॉडल तिलक नगर इलाके में देखने को मिला। इस दौरान मौके पर एक्साइज विभाग के मंत्री और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। उधर, ठेका मालिक का कहना है कि ऐसे में सरकार को लाइसेंस देना ही नहीं चाहिए था। पहले लाइसेंस दिया, जगह मिलने पर हमने ठेका खोला, अब सरकार उसे बंद कर रही है।
गुजरात, नागालैंड और मणिपुर में शराबबंदी
बिहार में शराबबंदी से पहले गुजरात, नागालैंड और मणिपुर में पूर्ण शराबबंदी का ऐलान किया जा चुका है। वहीं पिछले साल झारखंड सरकार ने लाइसेंस देने बंद कर दिए। फैसला किया कि सरकार अब खुद शराब बेचेगी। इसी तरह छत्तीसगढ़ भी सरकार खुद शराब दुकानों का संचालन कर रही है।