Edited By ,Updated: 24 May, 2017 04:25 PM
कश्मीर में पथराव करने वालों के खिलाफ मानव ढाल के रूप में एक व्यक्ति को जीप के बोनट से बांधने वाले मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मेजर लीतुल गोगोई के विरुद्ध सेना की कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी को ‘‘स्वांग’’ बताया।
श्रीनगरः कश्मीर में पथराव करने वालों के खिलाफ मानव ढाल के रूप में एक व्यक्ति को जीप के बोनट से बांधने वाले मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मेजर लीतुल गोगोई के विरुद्ध सेना की कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी को ‘‘स्वांग’’ बताया। अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘भविष्य में, कृपया सेना की कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी का तमाशा करने का कष्ट न उठाए। साफ तौर पर जो अदालत मायने रखती है वह है जनमत की अदालत। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने मेजर को आतंकवाद रोधी अभियानों में उनके सतत प्रयासों के लिए हाल ही में ‘प्रशस्ति पत्र’’ से सम्मानित किया, जिसके बाद अब्दुल्ला की यह टिप्पणी आई है।
मंगलवार को युवक को जीप के आगे बांधने वाले मेजर सामने आए और उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा नहीं करते तो न जाने की कितनी मौतें हो जानी थीं। बता दें कि 9 अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान सेना के वाहन पर एक व्यक्ति को बांधे जाने का वीडियो सोशल मीडिया में काफी शेयर किया गया था, जिस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई थी।