Edited By ,Updated: 29 Jul, 2016 09:14 AM
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सीएम हाऊस के सामने एक विकलांग युवक ने कुछ दिन पूर्व खुद को आग लगा ली थी जिसकी गत बुधवार को मौत हो गई।
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सीएम हाऊस के सामने एक विकलांग युवक ने कुछ दिन पूर्व खुद को आग लगा ली थी जिसकी गत बुधवार को मौत हो गई। युवक की मौत के बाद अब कांग्रेस और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की नई पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए गुरुवार को योगेश की मौत के विरोध के रूप में छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान भी किया है लेकिन प्रदेश में इसका खास असर देखने को नहीं मिला। जब जोगी ने देखा कि लोगों ने इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया तो राजधानी में अपने नाटकीय घटनाक्रम के कारण वे पूरा दिन चर्चा का विषय बने रहे।
दरअसल बंद के आह्वान के बाद अजीत जोगी के बंगले पर ज्यादा जवान तैनात कर दिए गए तो उन्होंने वीडियो मैसेज जारी कर सरकार पर 'हाउस अरेस्ट' करने का आरोप लगा दिया। बंगले से निकलने पर जब वे गिरफ्तार कर लिए गए तो सर्किट हाउस के पास सड़क पर लेट कर धरना देने लगे। पुलिस ने उन्हें वहां से हटने के लिए कहा पर वे अड़े रहे। पुलिस पूर्व सीएम को गिरफ्तार करने की बजाए मनाते दिखी। तभी जोगी ने सड़क पर लेटे हुए ही सीएम डॉ रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह से फोन लगाया और कहा कि वे चाय पीने आना चाहते हैं लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
इस पर वीणा ने फोन रखा और खुद बाहर आकर माजरा देखने आई, तब उन्हें पता चला कि बंद के कारण पुलिस ने जोगी को रोका है। वीणा वापिस घर के अंदर गई और जोगी को फोन कर कहा कि वह राजनीति नहीं जानती, आपसे हमारे पारिवारिक संबंध हैं। भाभी जी के साथ किसी दिन चाय पर जरूर आइए। फिलहाल आपके लिए अभी भी चाय भिजवा रही हूं। कृपया धरना बंद कर दीजिए। कुछ ही देर में सीएम हाउस से धरना स्थल पर चाय पहुंच गई। तब तक पुलिस अफसरों ने कार्यकर्त्ताओं समेत जोगी को रिहा करने की घोषणा कर दी।
जोगी ने भी चाय पी और धरना खत्म कर अपने बंगले लौट गए। गौरतलब है कि एक विकलांग युवक ने बेरोजगारी से तंग आकर सीएम हाउस के सामने खुद को आग लगा ली थी। युवक बहनों की शादी के सिलसिले में मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था, उसने मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में तीन बार आवेदन भी दिया था जिस पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी, जिससे वह कापी आहत था।