Edited By ,Updated: 07 Nov, 2016 09:41 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह होने वाली जापान यात्रा के दौरान हवा और समुद्र दोनों में काम करने वाले 12 यू.एस.-2आई एम्फिबियस विमानों की खरीद से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर होना लगभग तय है।
नई दिल्ली/टोक्यो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह होने वाली जापान यात्रा के दौरान हवा और समुद्र दोनों में काम करने वाले 12 यू.एस.-2आई एम्फिबियस विमानों की खरीद से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर होना लगभग तय है। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर आज डी.ए.सी. की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है। डी.ए.सी. से इसे स्वीकृति मिलने के बाद मोदी के 11 से 12 नवम्बर की टोक्यो यात्रा के दौरान 160 करोड़ डॉलर के मैगा समझौते पर भी हस्ताक्षर होंगे। जापानी मीडिया से भी इस समझौते के संबंध में रिपोर्टें मिल रही हैं। जापान के प्रमुख समाचार पत्र निक्केई एशियन रिव्यू ने आज एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से खबर दी है, ‘‘खरीद की कुल कीमत 160 करोड़ डॉलर है लेकिन भारत को इसमें 8 से 9 प्रतिशत की छूट मिल सकती है।
इस समझौते से जुड़ी आपूर्ति की तिथियों व अन्य मुद्दों पर मोदी की यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया जाएगा।’’ पिछले साल दिसम्बर में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे की भारत यात्रा के दौरान भी यू.एस.-2 समझौते पर चर्चा हुई थी। बयान में बताया गया कि मोदी और अबे ने तकनीकी सहायता और रक्षा उपकरण बनाने के क्षेत्र में भविष्य की योजनाओं पर भी साथ काम करने पर सहमति जताई।
यू.एस.-2 एम्फिबियस विमान के प्रमुख उत्पादक शिन मायवा कम्पनी के अनुसार युह दुनिया का एकमात्र ऐसा एम्फिबियस विमान है जो जल में उतर सकता है और वहां से उड़ान भी भर सकता है। अबे बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर स्थानीय इंजीनियरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम और भारत में रेलगाड़ी के निर्माण के संबंध में भी भारत से वार्ता करेंगे। भारत पहले ही मुम्बई से अहमदाबाद के बीच चलाई जानी वाली बुलेट ट्रेन परियोजना को जापान की मदद से लागू करने का फैसला कर चुका है।