Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 07:43 PM
नाग मिसाइल को 10 साल तक बगैर रखरखाव के इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका वजन में काफी हल्की है और इसका कुल वजन महज 42 किलो है
नई दिल्ली: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शुक्रवार को एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'नाग' का सफल प्रक्षेपण किया। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने दो अलग-अलग दूरी पर रखे लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा। नाग मिसाइल वजन में काफी हल्की है और इसका कुल वजन महज 42 किलो है।
इस मिसाइल को 10 साल तक बगैर रखरखाव के इस्तेमाल किया जा सकता है। नाग मिसाइल की गति 230 मीटर प्रति सेकंड है। इसकी एक खासियत और है कि अगर एक बार मिसाइल दाग दी गई तो इसे रोका नहीं जा सकेगा।
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस मिसाइल में और इसके प्रक्षेपण में इस्तेमाल सभी प्रौद्योगिकी एवं उप-प्रणलियों ने अच्छा प्रदर्शन किया और सभी लक्ष्यों को पूरा किया। साथ ही "सभी राडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम, टेलीमेट्री सिस्टम और अन्य स्टेशनों ने मिसाइल पर निगरानी रखी और सभी मानकों का परीक्षण किया।"
इस अत्याधुनिक मिसाइल की मारक क्षमता 20-30 किलोमीटर है और यह कई लक्ष्यों पर निशाना साधने में सक्षम है. इस मिसाइल को डीआरडीओ तथा अन्य प्रतिष्ठिानों ने मिलकर विकसित किया है। मिसाइल के कनस्तर संस्करण के प्रदर्शन के आकलन के लिए इसका दूसरी बार परीक्षण किया गया। पहला परीक्षण चार जून को किया गया था।