Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 12:37 PM
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस बात की आशंका जताई है कि अगले कुछ महीनों में एलओसी पर आतंकियों की घुसपैंठ बढ़ जाएगी।
नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस बात की आशंका जताई है कि अगले कुछ महीनों में एलओसी पर आतंकियों की घुसपैंठ बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि सीमाएं लाइव हैं और पाकिस्तानी सेना घुसपैंठियों को स्पोर्ट कर रही है। रायसिना डॉयलाग पर एक कान्फ्रेंस में बोलते हुए जनरल ने कहा कि पाकिस्तान में बहुत सारे आतंकी कैंप हैं और उन्हें कश्मीर में अनिश्चता फैलाने के लिए एक्टिव किया जा रहा है क्योंकि उन लोगों को लग रहा है कि कश्मर में कुछ हद तक शांति और सामान्यता वापिस लौट रही है। उन्होंने कहा कि हमे लगता है कि अगने कुछ महीनों में घुसपैंठ बढ़ सकती है।
सेना प्रमुख ने परमाणु शक्ति पर बोलते हुए कहा कि परमाणु शक्ति स्ट्रेटिजिक हथियार हैं और नके बारे में इस तरह से बोलना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि इनके प्रयोग को लेकर निर्णय उच्च स्तर पर लिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस बात का खासा ख्याल रखाा जाना चाहिए कि ऐसे हथियार आतंकियों के हत्थे न चढ़ें क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर विध्वंस हो सकता है। रावत ने कहा कि जहां एलओसी पर पाकिस्तान की फारवर्ड पोस्टों द्वारा आतंकियों को समर्थन दिया जा रहा है, हमारे जवानों को एलओसी पर सतर्क रहने की आवश्यकता है और इन लोगों के खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि आतंकी अपनी गतिविधियों को आजकल बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं और हमे इस बात की कोशिश करनी है कि आतंकी किसी भी तरीके से हीरो न बनने पाएं। उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया पर अस्थायी तौर पर पाबंधी लगा दी जानी चाहिए ताकि आतंकी संगठन इसका गलत फायदा न उठा सकें।