Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 08:16 PM
सेनाओं को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने में लगी सरकार ने इन्फेन्ट्री के लिए डेढ सौ से अधिक बख्तरबंद वाहनों की खरीद सहित 1850 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को मंजूरी दी है। बख्तरबंद वाहनों की मदद से सैनिकों को बिना समय गंवाए अभियानों के लिए भेजने में...
नई दिल्ली : सेनाओं को अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने में लगी सरकार ने इन्फेन्ट्री के लिए डेढ सौ से अधिक बख्तरबंद वाहनों की खरीद सहित 1850 करोड़ रुपए के रक्षा सौदों को मंजूरी दी है। बख्तरबंद वाहनों की मदद से सैनिकों को बिना समय गंवाए अभियानों के लिए भेजने में बड़ी मदद मिलेगी।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई रक्षा खरीद परिषद (डीएससी) की बैठक में इन सौदों को मंजूरी दी गई। बैठक में नौसेना के लिए एक सर्वेक्षण जलपोत की खरीद को भी हरी झंडी दिखाई गई। रक्षा सूत्रों के अनुसार सेना के लिए कुल 156 बख्तरबंद वाहन बीएमपी-2 खरीदे जाएंगे जिनपर लगभग 1125 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इन्फेन्ट्री यूनिट के साथ साथ ये वाहन इंजीनियर्स और तोपखाना इकाईयों को भी दिए जाएंगे। इन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब सैनिकोंं को जरूरत पडऩे पर कम समय में मोर्चों पर तैनात किया जा सकेगा। ये वाहन आयुध फैक्ट्रियों से खरीदे जाएंगे। इससे रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया की सरकार की योजना को भी बल मिलेगा।
हिन्द महासागर में नौसेना की जल सर्वेक्षण संबंधित जरूरतों को देखते हुए उसके लिए एक सर्वेक्षण जलपोत की खरीद को भी मंजूरी दी गई है। इस जलपोत का इस्तेमाल विशेष रूप से प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। नौसेना को बंदरगाहों और विशेष आर्थिक क्षेत्रों में सर्वेक्षण के लिए जलपोत की सख्त जरूरत है। यह जलपोत भारतीय शिपयार्ड कंपनियों द्वारा ही बनाया जाएगा और इस पर लगभग 626 करोड़ रुपए की लागत आने की संभावना है।