Edited By ,Updated: 12 Apr, 2015 05:33 PM
मध्य प्रदेश के यमनानगर में एक दुल्हन की बड़े ही अनोखे तरीके से विदाई हुई।
इंदौर: मध्य प्रदेश के यमनानगर में एक दुल्हन की बड़े ही अनोखे तरीके से विदाई हुई। इतना ही नहीं दुल्हन की शादी का सारा खर्च लोगों ने किया और सबने मिलकर शादी के इंतजाम किए। जानकारी के मुताबिक, यमनानगर के हनुमान मंदिर के दयालदास बैरागी पुजारी की चार बेटियां हैं। परिवार का गुजारा मंदिर के चढ़ावे व लोगों की मदद से ही होता है।
बड़ी बेटी भावना का रिश्ता छह माह पहले मेंढकी के राहुलदास बैरागी से तय हुआ। परिवार शादी के इंतजामों व खर्च को लेकर चिंतित था कि तभी कॉलोनी के लोगों ने पुजारी के सामने शादी के सारे इंतजाम करने का प्रस्ताव रखा, जिससे वह इंकार न कर सके। हालांकि, ऐसा करने से पहले उन्होंने वर पक्ष की सहमति ली। वर पक्ष का कहना था कि यह हमारा सौभाग्य कहिए कि भागवत कथा के पंडाल में फेरे होंगे।
इसके बाद शादी के आयोजन के लिए किसी ने रुपए से मदद की तो किसी ने गृहस्थी का सामान दिया। शादी के लिए अन्य सामग्री मुहैया कराने वालों को भी जब मालूम पड़ा तो उन्होंने अपनी व्यवस्थाएं मुफ्त कर दीं। दुल्हन भावना का कहना था कि उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी ऐसी शादी होगी। वह इस शादी से बहुत खुश है। वहीं, शादी के लिए दुल्हा भी बिना किसी बैंडबाजे के एक्टिवा पर आया और दुल्हन को ब्याहकर ले गया।