Edited By ,Updated: 05 Sep, 2015 07:06 PM
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केन्द्र सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों को वन रैंक, वन पेंशन’ के जरिए ‘आर्थिक सुरक्षा’ उपलब्ध कराए...
नई दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केन्द्र सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों को वन रैंक, वन पेंशन’ के जरिए ‘आर्थिक सुरक्षा’ उपलब्ध कराए जाने का स्वागत करते हुए इसे ‘एेतिहासिक फैसला बताया और कहा कि नरेन्द्र मोदी ने 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किए गए इस वायदे को पूरा कर दिखाया है।
इस घोषणा की कांग्रेस द्वारा आलोचना किए जाने पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने तो 1970 के दशक में पूर्व सैनिकों की पेंशन को कम कर दिया था। उन्होंने पूर्व संप्रग सरकार द्वारा एक रैंक, एक पेंशन’ के लिए 500 करोड़ रूपए आवंटित करने को भी पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक बताया।
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘‘1973 में पूर्व सैनिकों की पेंशन को घटा दिया गया था और आेआरआेपी की मांग तब से से लटकी पड़ी थी...पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने अंतिम समय में आेआरआेपी के लिए 500 करोड़ रूपयोंे का आवंटन किया, जो पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक था।’’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से 9000 से 10000 करोड़ रूपयों तक का अतिरिक्त वार्षिक खर्च आएगा।
शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने जो वायदा किया था, उसे प्रधानमंत्री बन कर उन्होंने पूरा कर दिया रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा घोषित आेआरआेपी फार्मूले पर पूर्व सैनिकों के एक वर्ग की आपत्तियों के बारे में हालांकि उन्होंने कुछ कहने से इंकार कर दिया।