Edited By ,Updated: 13 Jun, 2016 01:42 AM
कांग्रेस नेता कमलनाथ को पार्टी महासचिव और पंजाब का प्रभारी नियुक्त करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद ...
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता कमलनाथ को पार्टी महासचिव और पंजाब का प्रभारी नियुक्त करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कांग्रेस पर हमला बोला और पंजाब में मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह से यह पूछा कि क्या उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों में कमलनाथ की कथित संलिप्तता के लिए उन्हें दोषमुक्त कर दिया है।
दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों में सिख विरोधी दंगों से जुड़े 75 मामलों की फिर से जांच करने संबंधी केंद्र के कदम पर केजरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को एक प्रभावी एसआईटी के गठन से रोकने के लिए ही भाजपा ने एसआईटी का गठन किया है। कांग्रेस नेता कमलनाथ और गुलाम नबी आजाद को पंजाब एवं उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव नियुक्त किए जाने के कुछ घंटे बाद आप के राष्ट्रीय संयोजक ने ट्वीट किया, ‘‘कैप्टन अमरिंदर कमलनाथ पर अपना रूख साफ करें। क्या कैप्टन ने कलनाथ को दोषमुक्त कर दिया है?’’
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया, ‘‘मामलों की अब फिर से जांच होगी? डेढ़ साल में उन्होंने क्या किया? भाजपा ने सिर्फ आप को एक प्रभावी एसआईटी के गठन से रोकने के लिए एेसा किया है।’’ इस बीच, शिरोमणि अकाली दल ने भी कमलनाथ को पंजाब का महासचिव नियुक्त किए जाने पर कांग्रेस पर हमला बोला और आरोप लगाया कि पार्टी ने 1984 सिख विरोधी दंगों में ‘‘शामिल’’ होने के लिए अपने नेता को इनाम दिया है। शिअद के सचिव और प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा, ‘‘इस नियुक्ति से आपने केवल हमारे जख्मों पर नमक छिड़का है। पंजाब के लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर क्यों गांधी परिवार लगातार 1984 के नरसंहार के अपराधियों को पार्टी का शीर्ष पद देकर उन्हें सम्मानित करता रहा है।’’