Edited By ,Updated: 25 Aug, 2016 03:54 PM
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ( सीएजी) ने अपनी रिपोर्ट में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
नई दिल्ली: भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक ( सीएजी) ने अपनी रिपोर्ट में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा एक ही विज्ञापन अभियान पर खर्च की गई रकम, यानी 33.4 करोड़ रुपए का 85 फीसदी हिस्सा दिल्ली के बाहर खर्च किया गया। रिपोर्ट के अनुसार आप ने सत्ता के पहले साल में विज्ञापन पर जमकर खर्चा किया। 55 पन्नों की रिपोर्ट में सीएजी ने दिल्ली सरकार पर टेलीविजन विज्ञापनों पर जनता के धन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
विज्ञापन में राज्य सरकार की कई उपलब्धियों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम बताया गया, और यह वही आरोप है, जो दिल्ली के विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस बार-बार लगाती रही हैं...सीएजी रिपोर्ट में बताया गया है कि आप सरकार ने विज्ञापनों पर 526 करोड़ रूपए खर्च किए हैं, वह उनमें से 100 करोड़ से ज्यादा का हिसाब भी अब तक नहीं दे पाए हैं। वहीं, दिल्ली सरकार ने 70 लाख रुपए उन विज्ञापनों पर खर्च किए, जिनमें कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती हालत के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक आप सरकार के विज्ञापनों में किए गए उस दावे के समर्थन में भी कोई सबूत नहीं मिलता कि उन्होंने सिर्फ 20 लाख रुपये में डिस्पेन्सरी का निर्माण करवा दिया, जबकि पिछली सरकारें इस काम में पांच करोड़ रुपए खर्च करती रही हैं। वहीं, अभी तक दिल्ली सरकार की सरप से सीएजी की रिपोर्ट को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।