Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 08:10 PM
पिछले दिनों भारत दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल को लेकर विवादों में घिर गए थे। खालिस्तानी आतंकी के भारत आने और उसे डिनर में आमंत्रित किए जाने का विरोध किया गया था...
नेशनल डेस्क: पिछले दिनों भारत दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी जसपाल अटवाल को लेकर विवादों में घिर गए थे। खालिस्तानी आतंकी के भारत आने और उसे डिनर में आमंत्रित किए जाने का विरोध किया गया था। अटवाल ने आज ट्रूडो के लिए शर्मिंदगी की स्थिति पैदा करने के लिए माफी मांगी है। इसके साथ ही उसने साफ किया कि वह खालिस्तान का समर्थन नहीं करता है।
अटवाल का माफीनामा
अटवाल ने करीब 6 पेज का बयान जारी कर माफीनामा दिया है। उसने अपने बयान में कहा कि मेरी वजह से कनाडा, भारत व मेरे समुदाय के लोगों को जो शर्मिंदगी हुई उसके लिए मै दुखी हूं। मैंने जो भी पाप किया उसकी सजा भुगत चुका हूं लेकिन अब मैं किसी भी तरह से खालिस्तान का समर्थन नहीं करता हूं, मैं एक स्वतंत्र सिख राष्ट्र का पक्षधर नहीं हूं। अटवाल ने कहा कि कनाडा मेरा घर है और भारत मेरी जन्मभूमि है। मुझे पसंद है कि एक बड़ी संख्या में जो सिख कभी इसकी वकालत करते थे उनके संबंध भारत के साथ एक बार फिर मधुर हो गए हैं।
अटवाल वैध वीजा पर भारत आया था: विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आज बताया, ‘‘जसपाल अटवाल ने वैध वीजा पर भारत की यात्रा की थी। यह उसकी पहली भारत यात्रा नहीं थी। वह जनवरी2017 से कई बार देश की यात्रा कर चुका है।’’ उन्होंने बताया कि विदेशी यात्रियों को वीजा देने की एक प्रक्रिया है और इसका अनुसरण इस मामले में भी किया गया है।
अटवाल को लेकर हुआ था विवाद
बता दें कि सात दिवसीय यात्रा पर भारत आए ट्रूडो की पत्नी सोफी के साथ अटवाल की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। ये फोटो मुंबई में आयोजित एक डिनर की थी। विरोध के बाद ट्रूडो द्वारा दिए गए आमंत्रण को रद्द कर दिया गया था। अटवाल खालिस्तानी समर्थित संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के साथ जुड़ा हुआ था। उसे 1986 में पंजाब सरकार में मंत्री रहे मल्कीयत सिंह सिद्धू की हत्या की कोशिश करने का दोषी पाया गया था।