Edited By ,Updated: 03 Dec, 2016 12:24 PM
देश में नोटबंदी के 24 दिन पूरे होने के बावजूद लोगों को अपने एकाऊंट में जमा पैसे निकलवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कई बार तो खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ रहा है। हद तक तब हो गई जब पूरा महीना काम करने के बाद सैलरी निकालने की बारी आई तो उसके...
पंचकूला(मुकेश) : देश में नोटबंदी के 24 दिन पूरे होने के बावजूद लोगों को अपने एकाऊंट में जमा पैसे निकलवाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। कई बार तो खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ रहा है। हद तक तब हो गई जब पूरा महीना काम करने के बाद सैलरी निकालने की बारी आई तो उसके लिए भी लोग ए.टी.एम. के बाहर लगी लंबी लाइनों में खड़े दिखाई दिए। लोग इतने बेबस हैं कि सैलरी तक भी नहीं निकाल पा रहे हैं।
ज्यादातर बैंकों में पर्याप्त कैश ही नहीं है और शहर में भी ज्यादातर ए.टी.एम. में कैश होता ही नहीं है। जिन ए.टी.एम. में कैश है, वहां लंबी लाइनें देखने को मिल रही है। किसी को अपने मकान का किराया देना है तो किसी को बच्चों के स्कूल की फीस अदा करनी है। एेसे में लोग एक बैंक से दूसर बैक के ए.टी.एम. के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। जिस भी ए.टी.एम. में कैश मिलता है, वहीं पर चंद ही मिनटों में कतार लग जाती है। वीरवार आधी रात को शहर के ए.टी.एम. की हकीकत चैक की गई तो चौंकाने वाली बात यह देखने को मिली कि 10 में से सिर्फ दो ही खुले हुए थे।
हालांकि सरकार ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद किया है, लेकिन पंचकूला के अलग-अलग सैक्टरों में लगने वाली अपनी किसान मंडियों में 10-10 रुपए का सिक्का लेने से भी सब्जी वाले कतरा रहे हैं। ऐसे में लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई हैं।
500 रुपए का नोट चलाने का अंतिम दिन पैट्रोल पंपों पर लगी लाइनें :
नोटबंदी के बाद सरकार ने पैट्रोल पंप पर पुराने नोटों के एवज में तेल डालने की छूट दे रखी थी लेकिन शुक्रवार रात 12 बजे के बाद वह भी बंद हो जाएगी।इसके चलते शुक्रवार शाम को पंचकूला के अलग-अलग पैटोल पंपों के बाहर गाडिय़ों में तेल भरवाने वालों की लंबी लाइनें लगी हुई देखने को मिलीं।