Edited By ,Updated: 30 May, 2016 07:45 PM
बटला हाउस एनकाउंटर मामले पर बयान देना काग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह को मंहगा पड़ गया। उन्होंने कुछ दिनों पहले...
नई दिल्ली: बटला हाउस एनकाउंटर मामले पर बयान देना काग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह को मंहगा पड़ गया। उन्होंने कुछ दिनों पहले 2008 में हुआ बटला हाउस एनकाउंटर को फर्जी करार दिया था जिसका सोमवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी के घर के बाहर जमकर विरोध किया।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने बटला हाउस एनकाउंटर को लेकर कहा था कि बटला हाउस एनकाउंटर फर्जी था। मैं बीजेपी को इसकी न्यायिक जांच की चुनौती देता हूं। मैं अपने बयान पर अडिग हूं। मैं नहीं जानता कि बाबा साजिद या छोटा साजिद कौन है। उनके इस बयान पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया।
हालांकि दिग्विजय के बयान के ठीक एक दिन बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि 2008 में हुआ बटला हाउस एनकाउंटर फर्जी नहीं था। उन्होंने कहा था कि मैंने पहले भी कहा है कि एनकाउंटर फर्जी नहीं था। अगर कोई ऐसा दावा करता है तो यह साबित करना उसी की जिम्मेदारी है।
बता दें कि बटला हाउस एनकाउंटर ऑपरेशन दिल्ली के जामिया नगर स्थित बटला हाउस इलाके में हुआ था। 19 सितंबर 2008 को यह ऑपरेशन इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के खिलाफ चलाया गया था, जिसमें दो संदिग्ध आतंकी मारे गए थे और दो को गिरफ्तार किया गया था। इस ऑपरेशन में पुलिस टीम की अगुवाई करने वाले इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा शहीद हो गए थे।