Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 03:04 PM
राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने के फैसले के बाद से आरजेडी और जेडीयू में तल्खी बढ़ गई है।
पटनाः राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करने के फैसले के बाद से आरजेडी और जेडीयू में तल्खी बढ़ गई है। आरजेडी विधायक भाई विरेंद्र ने नीतीश पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं बचा है जिसको उन्होंने ठगा नहीं है। वह हमेशा लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं। वही, जनता दल (यू) ने अगले माह 2 जुलाई को राज्य कार्यकारिणी और 9 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। ऐसे में माना जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राज्य में महागठबंधन में उत्पन्न मतभेद को लेकर नीतीश इसके भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
लालू के बयान पर पलटवार
विपक्षी दलों से अलग जाकर राष्ट्रपति पद के लिए रागज उम्मीदवार को समर्थन पर नीतीश ने कहा कि कोविंद को लेकर हमारी राय साफ है। मैं कोविंद को संघ की पृष्ठभूमि का नहीं मानता। लालू के ऐतिहासिक भूल वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन्हाेंने कहा कि अगर कोई कहता है कि हम राजनीतिक भूल कर रहे हैं, तो हमें करने दीजिए, ये अाप हम पर छोड़ दीजिए।
कांग्रेस पर साधा निशाना
लालू प्रसाद के घर इफ्तार में शामिल होने आए नीतीश ने कहा कि विपक्ष को 2019 की जीत के लिए पहल करनी चाहिए थी, लेकिन वो दूरगामी रणनीति बनाने के बदले अपनी शुरुआत हार से कर रहा है। ये कौन सी रणनीति है। मैं ऐसी रणनीति को बहुत व्यावहारिक नहीं मानता। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब उनके पास जब बहुमत था उस वक्त तो बिहार की बेटी को उम्मीदवार नहीं बनाया। उम्मीदवार जरूर बनाइए, लेकिन पहले बहुमत का प्रयास होना चाहिए। बहुमत हो जाए तो 2022 में बिहार की बेटी को राष्ट्रपति बनाइए।