Edited By ,Updated: 03 Mar, 2017 01:38 PM
नीतीश सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के आपत्तिजनक बयान के बाद बिहार की राजनीति गरम है। पिछले 2 दिनों से दोनों सदनों का कामकाज ठप है।
पटना : नीतीश सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के आपत्तिजनक बयान के बाद बिहार की राजनीति गरम है। पिछले 2 दिनों से दोनों सदनों का कामकाज ठप है। वीरवार को विधानसभा में भाजपा के विधायक मस्तान को बर्खास्त करने के मुद्दे को लेकर सदन के बीच धरने पर बैठ गए। हंगामे के बीच विधानसभा की कार्रवाई को कई बार स्थगित करना पड़ा। हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपनी बात कही। धरना प्रदर्शन, नारेबाजी, कुर्सी-टेबल उछलने के दृश्य के बीच लखीसराय के भाजपा विधायक विजय सिन्हा सदन में ही जमीन पर तौलिया डालकर लेट गए। काफी देर तक आराम फरमाते रहे और लेटे-लेटे सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में पहुंचे इसके बावजूद भाजपा विधायकों का वेल में बैठक धरना प्रदर्शन जारी रहा। स्पीकर के बार-बार आग्रह के बाद भी कोई असर नहीं हुआ। मंत्री अब्दुल जलील ने अपनी जलालत के लिए माफी मांग चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कह चुके हैं कि बयान ठीक नहीं है लेकिन भाजाप के विधायक मानने को तैयार नहीं हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने भी जवाबी हमला बोला। उन्होंने कहा कि मंत्री ने माफी मांग ली है। भाजपा को पहले खुद के गिरेबां में झांकना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के खुद का दोहरा चरित्र है। आरएसएस और भाजपा के लोगों को यही संस्कार है।