Edited By ,Updated: 14 Nov, 2016 06:51 PM
कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश इकाई और सहयोगी संगठनों के बैंक खातों को सार्वजनिक करने कर मांग करते हुए आरोप लगाया कि नोट ...
नई दिल्ली : कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश इकाई और सहयोगी संगठनों के बैंक खातों को सार्वजनिक करने कर मांग करते हुए आरोप लगाया कि नोट बदलने के निर्णय की जानकारी कुछ चुनिंदा लोगों को थी। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी मुख्यालय में नियमित ब्रीफिंग में भारतीय रिजर्व बैंक के आंकडों के हवाले से कहा कि नोट बदलने की योजना से पहले कुछ लोगों को इसकी जानकारी थी और उन्होंने इसका लाभ उठाया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सिंतबर 2016 में अगस्त 2016 में देश के बैंकों में 588600 लाख करोड़ रुपया अतिरिक्त जमा कराया गया है। यह अप्रत्याशित वृद्धि है और कालेधन की कहानी बयां करती हैं। इसी तरह से नोट बदलने की योजना लाने से पहले देश से बाहर धन भेजने की सीमा 130 प्रतिशत तक बढा दी।
मई 2014 से पहले प्रत्येक नागरिक देश से बाहर केवल 75 हजार डालर प्रतिवर्ष विदेश भेज सकता था लेकिन मोदी सरकार ने यह राशि एक लाख 25 हजार डालर प्रतिवर्ष कर दी है। इससे वर्ष 2015-16 में 4.6 अरब डालर विदेश भेज दिए गए। उन्होंने कहा कि मोदी अगर वास्तव में कालेधन के के प्रति ङ्क्षचतित है तो उन्हें भाजपा और उसके प्रदेश इकाईयों तथा सहयोगी संगठनों के मार्च से सितंबर तक के बैंक खाते सार्वजनिक करने चाहिए। उन्होंने इसके लिए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के बैंक खाते में एक करोड़ रुपए जमा होने का जिक्र किया।