Edited By ,Updated: 11 Feb, 2017 11:37 AM
जवानों की शकायतों के वीडियो थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। BSF जवान तेज बहादुर के वीडियो सोशल मीडिया पर डालने की घटना के बाद से बीएसएफ में अपनी परेशानियों को लेकर दूसरे जवान भी मुखर होने लगे हैं।
जयपुर: जवानों की शकायतों के वीडियो थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। BSF जवान तेज बहादुर के वीडियो सोशल मीडिया पर डालने की घटना के बाद से बीएसएफ में अपनी परेशानियों को लेकर दूसरे जवान भी मुखर होने लगे हैं। बीएसएफ के डीजी के.के.शर्मा नेशनल शूटिंग कॉम्पिटीशन में देशभर से आए बीएसएफ जवानों को संबोधित कर यह चेतावनी दे रहे थे कि जवान अगर अपने किसी भी परेशानी को सोशल मीडिया पर डालेंगे तो कठोर कार्रवाई होगी। तभी इसी दौरान समारोह के बीच एक जवान खड़ा हो गया और कहा कि मुझे कुछ कहना है। जवान जोर-जोर से अपनी जगह पर खड़ा होकर ही बोलने लगा, 'हमारी यूनिट लगातार तीन साल से जम्मू-कश्मीर की कड़ी ड्यूटी के बाद यहां पर तैनात है।
जवान अपने परिवार से नहीं मिल पा रहे हैं जिससे परेशान हैं. इसलिए हमें अपने परिवार के साथ रहने के लिए व्यवस्था किया जाए।' जवान के इस तरह बोलने पर डीजी ने बस इतना कहा कि आपकी मांग पर विचार करेंगे और समारोह समाप्त हो गया। अधिकारियों ने पूछताछ की तो पता चला कि वह जवान शूटिंग चैंपियन में भाग नहीं ले रहा था लेकिन डीजी को अपनी परेशानी बताने के लिए वहां जाकर बैठ गया था। बीएसएफ के डीजी के.के.शर्मा जैसलमेर के किशनगढ़ फायरिंग रेंज में जवानों की शूटिंग कंपेटिशन का उद्घाटन करने आए थे।