Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 03:27 PM
अब नियंत्रण रेखा के आस पास बसने वाले लोगों को पाकिस्तानी गोलाबारी के दौरान कम से कम जानी नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि प्रशासन द्वारा जिले में पिछले कुछ महीनों से नियंत्रण रेख के लोगों के लिए बनाए जा रहे चालीस के करीब समुदायिक बंकर बन कर तैयार हैं कुछ...
पुंछ : अब नियंत्रण रेखा के आस पास बसने वाले लोगों को पाकिस्तानी गोलाबारी के दौरान कम से कम जानी नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि प्रशासन द्वारा जिले में पिछले कुछ महीनों से नियंत्रण रेख के लोगों के लिए बनाए जा रहे चालीस के करीब समुदायिक बंकर बन कर तैयार हैं कुछ बंकरों में केवल पलास्टर का काम बाकी है। ऐसे में अब गोलाबारी शुरू होने के साथ ही लोग इन बंकरों में शरण लेकर अपनी जान बचा सकेंगे।वहीं केन्द्र सरकार की तरफ से जिले के लिए करीब 680 और नए समुदायिक बंकरों और 1393 एकल परिवार बंकरों के निर्माण को मंजूरी देने के साथ उनके लिए पैसा भी जारी कर दिया गया है।
जिला विकास आयुक्त तारिक अहमद जरगर ने बताया कि पाक सेना नियंत्रण रेखा के ग्रामीणों को अपनी गोलाबारी का निशाना बना रही है और पीड़ित लोगों द्वारा बार बार बंकर उपल्बध कराने की मांग को देखते हुए हमने केन्द्र सरकार के पास कई महीने पहले छह हजार बंकर बनवाने का प्रपोजल भेजा था।उस दोरान गोलाबारी अधिक होने को देखते हुए हमने अपने तौर पर मनरेगा और बी ए डी पी फंड को मिला कर चालिस समुदायिक बंकरों के निर्माण का काम शुरू करवाया था जोकि अब करीब करीब पूरा हो चुका है।
मजबूती का रखा गया है ध्यान
इन समुदायिक बंकरों में हमने जहां दो भाग बनवाए हैं एक महिलाओं के लिए एक पुरूषों के लिए। वहीं इन में रसोई और शोचालय की भी व्यवस्था की गई है और इनमें प्रयाप्त हवा आने जाने की भी पूरी व्यवस्था की है। बंकरों में जहां एक फुट मोटी स्लैब/लैंटर डाला गया है।वहीं उसके उपर तीन फुट मिटटी डाली गई है ताकि इस पर गिरने वाला बड़े से बड़ा गोला किसी प्रकार का कोई नुकसान न कर सके।