Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Sep, 2017 04:27 PM
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में जांच कर रही एसआईटी के हाथ एक ठोस सबूत लगा है...
नई दिल्ली: पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में जांच कर रही एसआईटी के हाथ एक ठोस सबूत लगा है। एसआईटी के मुताबिक गौरी लंकेश की हत्या के दिन संदिग्ध तीन बार लंकेश के घर के बाहर नजर आए थे। जानकारी के अनुसार 5 सितंबर को जिस दिन गौरी लंकेश की हत्या हुई थी, उस दिन बाइक सवार संदिग्धों ने गौरी के घर के तीन चक्कर लगाए थे। वह सड़क के दाहिनी तरफ से गौरी के घर की तरफ आया कुछ दूर आगे बढ़ा और फिर अपनी बाइक वापस मोड़ ली।
3 बार घर के बाहर नजर आए संदिग्ध
संदिग्ध को गौरी के घर के पास पहली बार शाम 3.27 बजे देखा गया इसके बाद 7.15 बजे वह फिर वापस आया था। तीसरी बार जब संदिग्ध आया तो उसकी पीठ पर एक काला बैग था हो सकता है इस बैग में वह हथियार लेकर आया हो। गौरी के घर पर पहुंचते ही उनके उपर चार राउंड फायरिंग की गई थी, जिसमें तीन सीधे उनके शरीर पर लगी थी। गौरी लंकेश केस की जांच कर रही एसआईटी ने सनातन संस्था के लोगों से भी पूछताछ की है। इस संस्था का नाम गोविंद पनसारे, कलबुर्गी और दाभोलकर की हत्या में भी सामने आया था। दरअसल, एसआईटी को शक है कि जिन लोगों ने कन्नड़ साहित्यकार एम.एम. कलबुर्गी की हत्या की थी, उन्हीं लोगों ने ही गौरी लंकेश की हत्या की है।