Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 03:35 PM
घाटी में अब हिंसक प्रदर्शनकारियों की नकले कसने के लिए केन्द्र ठोस कदम उठाए हैं।
श्रीनगर: घाटी में अब हिंसक प्रदर्शनकारियों की नकले कसने के लिए केन्द्र ठोस कदम उठाए हैं। केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को एक लाख प्लस्टिक बुलेट और पावा शैल भेजे हैं। बताया जा रहा है कि पावा शैल में जो फीलिंग हैं वो हिंसक प्रदर्शन करने वालों को रोकने में बहुत कारगार है। इसमें ओलियोरेसिन नामक पदार्थ है जो प्राकृतिक है और कैमिकल मिश्रित नहीं होने के कारण ज्यादा कारगार भी है। वहीं प्लास्टिक बुलेट पैलेट गन के विकल्प के तौर पर भेजी गई हैं।
सूत्रों के अनुसार केन्द्र का मानना है कि हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए पैलेट गन के प्रयोग से पहले प्लास्टिक की गोलियों का प्रयोग करना होगा। सीआरपीएफ के अधिकारी के अनुसार प्लास्टिक बुलेट को एके-47 से भी फायर किया जा सकता है पर सिर्फ सिंगल शॉट के माध्यम से। इन्हें ब्रस्ट मोड की तरह इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। वहीं पैलेट गन में एक साथ कई छोटी गोलियां निकलती हैं।
पैलेट गन का हुआ है विरोध
पिछले वर्ष 8 जुलाई को आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में प्रदर्शनों को रोकने के लिए पैलेट गन का बहुत प्रयोग किया गया। इससे कई लोगों की आंखें और चेहरे घायल हो गए। उसके बाद घाटी में पैलेट गन के प्रयोग को लेकर एक वॉक युद्ध छिड़ गया। सुप्रीम कोर्ट में पैलेट गन को लेकर कश्मीर बॉर एसोसिएशन ने अपील भी दायर की है।