Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 12:13 PM
भारत एक बार फिर विश्व की सबसे तेज आर्थिक विकास दर बनने की ओर आगे बढ़ चला है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रो कोष (आईएमएफ) ने माना है कि भारत अब नोटबंदी तथा वस्तु सेवा कर (जीएसटी) से हुई परेशानियों से अब बाहर आ रहा है।
नेशनल डेस्कः भारत एक बार फिर विश्व की सबसे तेज आर्थिक विकास दर बनने की ओर आगे बढ़ चला है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रो कोष (आईएमएफ) ने माना है कि भारत अब नोटबंदी तथा वस्तु सेवा कर (जीएसटी) से हुई परेशानियों से अब बाहर आ रहा है।
बुनियादी सुविधाओं पर देना होगा ध्यान
भारत में नोटबंदी और जीएसटी का असर अब धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। ऐसा मानना है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का। आईएमएफ ने माना है कि भारत अब तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। देश में नोटबंदी और जीएसटी से जो अड़चनें पैदा हुई थीं, वह अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं। आईएमएफ के अनुसार, भारत को अब शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी स्तर पर ध्यान देना चाहिए और बैंकिंग और वित्तीय प्रणाली में सुधारवादी कदम उठाना चाहिए।
आर्थिक विकास दर में तेजी से हुआ विस्तार
आईएमएफ के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर ताओझांग ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से विस्तार हुआ है। ऐसा उसकी व्यापक आर्थिक नीतियों के कारण हुआ है। जिसमें स्थिरता और आपूर्ति पक्ष संभालने के सफल प्रयास और बुनियादी सुधार शामिल हैं। हालांकि नोटबंदी और जीएसटी लागू होने के कारण भारत की आर्थिक विकास दर कुछ समय के लिए धीमी हो गई थी। लेकिन एक बार फिर वृद्धि दर ने रफ्तार पकड़ ली है।
उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पिछली तिमाही में 7.2 फीसदी की दर से विकास कर रही थी। भारत ने सबसे तेज विकास करने वाला अपना खिताब बरकरार रखा है। झांग 12 मार्च से 20 मार्च तक भारत और भूटान की यात्रा पर आए हुए हैं। वह सोमवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया में सोमवार को वित्तीय तकनीक पर प्रेजेंटेशन भी देंगे।