Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 02:20 PM
मोहाली में बतौर पीजी रहने वाली 22 साल की युवती से गैंगरेप मामले में चंडीगढ़ पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। पुलिस अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं कर पाई है। वारदात के 24 घंटे बाद तक पुलिस के हाथ कोई लीड नहीं लगी है, जिसके आधार पर आरोपियों की पहचान हो...
चंडीगढ़ : मोहाली में बतौर पीजी रहने वाली 22 साल की युवती से गैंगरेप मामले में चंडीगढ़ पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। पुलिस अभी तक आरोपियों की पहचान नहीं कर पाई है। वारदात के 24 घंटे बाद तक पुलिस के हाथ कोई लीड नहीं लगी है, जिसके आधार पर आरोपियों की पहचान हो सके। अब पुलिस के लिए सबसे बड़ा सवाल आरोपियों की पहचान कराना है।
सेक्टर-42 के पेट्रोल पंप से मिली आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने शनिवार को शहर के कई ऑटो चालकों से उनकी पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिली। पुलिस ने दिनभर में शहर के करीब दो हजार ऑटो चालकों से आरोपियों की पहचान कराने की कोशिश की। हालांकि, कुछ ऑटोवालों ने आरोपियों की फोटो देख उन्हें पहचानने की बात कही है, लेकिन उनके बारे में वह कोई पुख्ता जानकारी नहीं दे सके हैं। वहीं, पुलिस की अलग-अलग विंग मामले की अपने-अपने स्तर पर इसकी जांच कर रहे हैं।
सेक्टर-36 थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर तीन अज्ञात के खिलाफ सामूहिक दुराचार 376 (डी), 376 (2) जी और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है। हालांकि, पीड़िता को अस्पताल से देर रात ही छुट्टी दे दी गई, लेकिन अभी वह सदमे में है। वहीं, पुलिस ने हालत ठीक न होने के कारण उसके सीआरपीसी की धारा 164 के तहत मैजिस्ट्रेटी बयान भी दर्ज नहीं करवाए हैं।