Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 04:26 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान को दी जा रही मदद पर रोकने लगाने का चीन को बहुत बुरा लग रहा है। जहां, एक तरफ चीन ने खुले तौर पर आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की भूमिका को अहम बताया था वहीं उसकी सरकारी मीडिया अमरीका द्वारा की इस...
पेइचिंगः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान को दी जा रही मदद पर रोकने लगाने का चीन को बहुत बुरा लग रहा है। जहां, एक तरफ चीन ने खुले तौर पर आतंक के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की भूमिका को अहम बताया था वहीं उसकी सरकारी मीडिया अमरीका द्वारा की इस कटौती के लिए भारत को जिम्मेदार मान कर कोस रहा है। चीनी मीडिया ने भारत को सिर्फ खुद का फायदा सोचने वाला देश बताया है और पड़ोसियों की भलाई के बारे में सोचने की सलाह दी है।
ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय के मुताबिक, पेइचिंग में स्पष्ट तौर पर माना जाता है कि भारत की हाल में बदली विदेश नीति सिर्फ उसके अपने फायदे के लिए हैं और इससे केवल टकराव बढ़ेगा। यह नीति एक-दूसरे को नीचा दिखाने वाली है।ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय में नई दिल्ली से अपनी नीति बदलने और पड़ोसियों के ज्यादा से ज्यादा अच्छा करने के लिए रणनीतिक नीति अपनाने को कहा गया है।
बता दें कि नए साल पर अपने पहले ही ट्वीट में ट्रंप ने पाकिस्तान पर आतंकियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। इसके बाद अमरीका की तरफ से दी जा रही सैन्य मदद पर भी रोक लगा दी गई थी। इस स्थिति का हवाला देते हुए, पेइचिंग चाहता है कि इस्लामाबाद को अपना फोकस अब ज्यादा से ज्यादा चीन और रूस पर रखना चाहिए। ट्रंप के ट्वीट के अगले ही दिन पाकिस्तान के सैंट्रल बैंक ने घोषणा की थी कि वह चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश के लिए डॉलर की जगह युआन का इस्तेमाल करेगा।
ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय में कहा गया है कि चीन को पाकिस्तान प्रभावी आर्थिक सहायता और सहयोग देना चाहिए। संपादकीय के आखिर में लिखा गया है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का विकास को दक्षिण एशिया में स्थिरता और पूरे क्षेत्रीय विकास के लिए सकारात्मक तौर पर देखना चाहिए।