Edited By ,Updated: 19 Apr, 2017 02:28 PM
दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे से चीन का पारा सांतवें आसमान पर था...
बीजिंग: दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे से चीन का पारा सांतवें आसमान पर था। अब जबकि दलाई लामा का दौरा पूरा हो चुका तो चीन ने भारत से बदला लेने के लिए एक चाल चल दी है। गुस्साए चीन ने 14वें दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के बाद यहां की 6 जगहों के नाम बदल दिए हैं। चीन के आधिकारिक नक्शे पर अब पूरे अरुणाचल प्रदेश पर ही उसका दावा नजर आता हे। चीनी मीडिया के अनुसार इन नामों को इसलिए बदला गया है ताकि भारत को इस क्षेत्र की 'संप्रभुता' के बारे में बताया जा सके। दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के समय चीन की मीडिया की ओर से भारत को इस यात्रा की परिस्थितियों को लेकर चेतावनियां जारी की गई थीं।
चीन, अरुणाचल प्रदेश के एक बड़े हिस्से को दक्षिण तिब्बत बताता है जिसका तिब्बत के बौद्ध अनुयायियों से गहरा नाता है। साथ ही वह धर्मशाला में निर्वासित जीवन बिता रहे दलाई लामा को एक अलगाववादी नेता बताता है जो तिब्बत को चीन से आजादी दिलाने की मुहिम छेड़े हुए हैं। चीन का आधिकारिक नक्शा अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत के तौर पर दिखाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने जिन छह जगहों के नाम आधिकारिक तौर पर तय किए हैं वे कुछ इस तरह से हैं- वो ग्याइनलिंग, मिला राई, क्याडेनगारबो राई, मेनक्यूआ, बूमो ला और नामकापब राई।
आधिकारिक नक्शे में यह बदलाव 13 अप्रैल से ही लागू कर दिए हैं यानी उसी दिन जब दलाई लामा ने अरुणाचल प्रदेश का अपना 9 दिवसीय दौरा खत्म किया था। नामों में बदलाव साफ करता है कि चीन अब अरुणाचल प्रदेश खासकर तवांग पर अब अपना रुख और कठोर करने वाला है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय की ओर से 13 अप्रैल को इसकी वेबसाइट पर यह ऐलान किया गया था। वेबसाइट पर छह जगहों के नाम चीनी, तिब्बती और रोमन अक्षरों में लिखे हैं। वेबसाइट पर लिखा है, 'यह दक्षिण तिब्बत की उन 6 जगहों के नाम हैं जिन्हें भारत, अरुणाचल प्रदेश कहता है।'