Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 02:55 PM
ब्रिक्स सम्मेलन के बाद भारत और चीन के संबंध पटरी पर आए ही थे कि इसी बीच चीनी मीडिया ने भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का अपमान किया है। दरअसल चीन रावत के बयान...
बीजिंग:ब्रिक्स सम्मेलन के बाद भारत और चीन के संबंध पटरी पर आए ही थे कि इसी बीच चीनी मीडिया ने भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का अपमान किया है। दरअसल चीन रावत के बयान से तिलमिलाया हुआ है।
चीन और भारत के बीच दुश्मनीभरा माहौल पैदा कर सकते हैं रावत
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने एडीटोरियल में सेना प्रमुख का अपमान करते हुए कहा है," रावत इतने बड़बोले हैं कि वे चीन और भारत के बीच दुश्मनीभरा माहौल पैदा कर सकते हैं। इनका घमंड भारत की इमेज पर धब्बा है।" चीनी मीडिया ने गुरुवार को Rawat’s arrogance taints India’s image टाइटल से एक एडीटोरियल लिखा है। इसमें कहा है, "रावत ने न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय नियमों की अनदेखी की है बल्कि ऐसे हालात भी बना दिए हैं कि चीन को भारतीय सेना की अकड़ नजर आ रही है। बता दें कि रावत ने नई दिल्ली में सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज द्वारा आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत को दो मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि चीन ने अपना ‘दमखम दिखाना’ शुरू कर दिया है, वहीं पाकिस्तान के साथ सुलह की कोई गुंजाइश नहीं लगती। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि चीन भारतीय इलाकों के टुकड़े करना चाहता है।
चीन सरकार ने भी जताई नाराजगी
रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने भी एक ब्रीफिंग में कहा था कि दो दिन पहले ही, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने संकेत दिया था कि दोनों देश एक दूसरे के लिए विकास के अवसर हैं, खतरा नहीं हैं।’’उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि भारतीय पक्ष द्विपक्षीय संबंधों के सतत विकास के लिए चीन के साथ काम करना चाह रहा है।उन्होंने कहा,‘‘हमें एक दूसरे को शत्रु नहीं मानना चाहिए। दोनों पक्षों को सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन चैन बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।’’रावत के बयान के जवाब में गेंग ने कहा,‘‘उम्मीद है कि ये सैन्य अधिकारी इस चलन को स्पष्ट तरीके से देखेंगे और चीन तथा भारत के संबंधों के विकास में योगदान देंगे।’’