Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 04:32 PM
राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक वायु प्रदूषण से चेती केंद्र सरकार ने दिल्ली में शुरू ‘स्वच्छ हवा अभियान’ को जल्द ही देश के उन 106 शहरों में भी शुरू करने की आज घोषणा की जिनकी हवा की गुणवत्ता अत्यंत खराब है। केंद्रीय वन ,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन...
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक वायु प्रदूषण से चेती केंद्र सरकार ने दिल्ली में शुरू ‘स्वच्छ हवा अभियान’ को जल्द ही देश के उन 106 शहरों में भी शुरू करने की आज घोषणा की जिनकी हवा की गुणवत्ता अत्यंत खराब है। केंद्रीय वन ,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डा हर्षवर्धन ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा करते हुए कहा कि इन सभी शहरों की पहचान कर ली गई है। इन शहरों की हवा की खराब गुणवत्ता के आधार पर इनका चयन किया गया है । इनकी हवा में घुले प्रदूषण के स्तर में अगले तीन वर्षाे में 33 प्रतिशत और पांच वर्षाें में 50 प्रतिशत तक की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में हासिल अनुभवों के आधार पर इन शहरों मे यह अभियान चलाया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि दिल्ली में चल रहे इस अभियान को सामाजिक आन्दोलन के रूप मे खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। इस अभियान से वायु की गुणवत्ता पर असर का पता लगाने के लिए 15 दिन बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। डा हर्षवर्धन ने कहा कि यह अभियान जमीनी स्तर पर लागू हो सके इसलिए इसे दिल्ली सरकार के साथ मिलकर क्रियान्वित किया जा रहा है। दिल्ली में वायु प्रदूषण में पड़ोसी राज्यों की भूमिका को देखते हुए आने वाले समय में इस अभियान में इन राज्यों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण के प्रति सामाजिक दायित्व को लेकर जनजागरूकता पैदा करने की इस मुहिम को बहुस्तरीय रूप में लागू किया जा रहा है। इसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
स्कूली बच्चों, प्रधानाध्यापकों, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों, राजनीतिक कार्यकर्त्ताओं, समाज सेवी संगठनों, डाक्टरों, इंजीनियरों, चार्टेड अकांउटेंटों और अन्य पेशेवरों समेत समाज के हर वर्ग को पर्यावरण के संरक्षण के प्रति सजग करने और इसके लिए छोटे-छोटे स्तर पर कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। दिल्ली में 10 फरवरी से शुरू इस अभियान के तहत मंत्रालय, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) दिल्ली सरकार, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दिल्ली नगर निगम और नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद् की 70 संयुक्त टीमों ने विभिन्न स्थानों पर वायु प्रदूषण के उल्लंघन के 604 मामलों का पता लगाया और 186 के खिलाफ चालान काटे।