Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 05:09 PM
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत रविवार को उत्तरकाशी जिले के सांवणी गांव में अग्निकांड से पीड़ित लोगों को राहत सामग्री चैक देने के लिए गए थे। सीएम हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी से देहरादून आ रहे थे।
देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत रविवार को उत्तरकाशी जिले के सांवणी गांव में अग्निकांड से पीड़ित लोगों को राहत सामग्री चैक देने के लिए गए थे। सीएम हेलीकॉप्टर से उत्तरकाशी से देहरादून आ रहे थे। इस दौरान उनका हेलीकॉप्टर देहरादून स्थित सेना के जीटीसी हेलीपैड पर उतर रहा था। यहां हेलीपैड पर दो ड्रम रखे हुए थे, जिससे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल बाल बच गया। पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए हेलीकॉप्टर को सुरक्षित उतारा।
सचिवालय ने मामले की उच्चस्तरीय जांच बैठा दी है। इसके साथ ही इसकी शिकायत भारत सरकार के गृह मंत्रालय से भी की जा रही है। वहीं, सीएम ने भी मामले में नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जमीन सेना की निजी नहीं है, यह भारत देश की जमीन है।
जीओसी सब एरिया गाड़ी हटाने की बात को लेकर विवाद
मुख्य सुरक्षा अधिकारी के अनुसार रविवार दोपहर सवा 12 बजे जब मुख्यमंत्री की फ्लीट जीटीसी हैलीपैड पहुंची तो उसी दौरान जीओसी सब एरिया देहरादून ने अपनी निजी गाड़ी को फ्लीट के आगे रोक दी। सीओ सिटी और थानाध्यक्ष कैंट ने उन्हें बताया कि सीएम की फ्लीट आ रही है आप गाड़ी साइड लगा लीजिए।
इस पर जीओसी सब एरिया गाड़ी हटाने की बात को लेकर विवाद करने लगे जीओसी ने सीओ सिटी और थानाध्यक्ष कैंट को धमकाया, कहा हमारा एरिया जीओसी ने सीओ सिटी और थानाध्यक्ष कैंट को धमकाया और कहा कि यह हमारा एरिया है और अपने सीएम को बता दो कि यहां हमारी मर्जी से ही आप लोग आ जा सकते हैं। अब आगे सब पुलिस वाले अपनी गाड़ियों के साथ बाहर ही रहेंगे, लेकिन मुख्यमंत्री के वाहन को उनके द्वारा जाने के लिए जगह दे दी गई।