Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 07:14 PM
सरदार आरपी सिंह ने कहा कि संगीत सोम जो कह रहे हैं वह उनका विचार है लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि ताज महल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है
नई दिल्लीः ताज महल को लेकर बीजेपी नेताओं के परस्पर विरोधी बयान सामने आए हैं। रविवार को यूपी की सरधना सीट से बीजेपी के विधायक संगीत सोम के ताज महल पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि ताज महल भारतीय संस्कृति पर धब्बा है। उनके इस बयान से इतर बीजेपी के ही राष्ट्रीय सचिव सरदार आरपी सिंह ने कहा कि ताज महल न केवल देशी-विदेशी पर्यटकों का आकर्षण केंद्र है बल्कि वह मुगलकालीन स्थापत्य कला का एक जीता जागता और बेजोड़ नमूना है, जिसकी कद्र पूरी दुनिया करती है।
गौरतलब है कि संगीत सोम ने कहा था कि ताज महल बनाने वाले मुगल शासक ने उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान से सभी हिंदुओं का सर्वनाश किया था। ऐसे शासकों और उनकी इमारतों का नाम अगर इतिहास में होगा तो वह बदला जाएगा।
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सिंह ने कहा कि संगीत सोम जो कह रहे हैं वह उनका विचार है लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि ताज महल दुनिया के सात अजूबों में शामिल है। साथ ही यह भी कि जिस शासक ने इसे अपनी बेगम की याद में इसे बनवाया वह क्रूर शासक था जिसने हिंदुओं पर कई अत्याचार किए थे।
इससे पहले पिछले दिनों उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने राज्य में ऐतिहासिक धरोहरों और स्थलों की एक पर्यटन सूची जारी की थी उसमें ताज महल का नाम नहीं था। विवाद बढ़ने पर सफाई दी गई कि गलती से ताज महल का नाम छूट गया था।
तब राज्य सरकार की संस्कृति मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था कि ताज महल हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। इससे पहले जून में योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि ताज महल हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है।