Edited By ,Updated: 18 Nov, 2016 10:56 AM
कांग्रेस ने आज कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले से ग्रामीण, गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान और असंगठित क्षेत्र के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और इस झटके से उनके एक साल तक भी उबरने की उम्मीद नहीं है।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले से ग्रामीण, गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान और असंगठित क्षेत्र के लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और इस झटके से उनके एक साल तक भी उबरने की उम्मीद नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता जयराम रमेश ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जन सामान्य मोदी सरकार के इस फैसले से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है। उसके समक्ष रोटी का संकट पैदा हो गया है। देश में करीब 500 करोड़ रुपए के नकली नोट प्रचलन में रहे होंगे जो बाजार में मौजूद कुल मुद्रा का 0.02 प्रतिशत के बराबर है।
महज इस राशि के लिए देश की 80 फीसदी आबादी के समक्ष संकट पैदा करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि कालाधन नकदी में कहीं नहीं है। वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इसको रियल एस्टेट, विदेशी बैंकों, स्वर्ण खरीदकर और थोड़ा बहुत नकदी के रूप में भी रखा जा सकता है। ऐसे में अचानक 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का कालाधन पर बहुत असर नहीं हुआ होगा। इसका सीधा असर नकली नोटों पर पडा लेकिन वह बहुत अधिक प्रचलन में नहीं है।