Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 06:46 PM
फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मेक्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातचीत के बीच कांग्रेस ने राफेल डील का मुद्दा उठाया है। पार्टी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि आज देश सचाई जानना चाहता है इसलिए इस सौदे की असलियत सामने लायी जानी चाहिए...
नेशनल डेस्क: फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मेक्रों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातचीत के बीच कांग्रेस ने राफेल डील का मुद्दा उठाया है। पार्टी ने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि आज देश सचाई जानना चाहता है इसलिए इस सौदे की असलियत सामने लायी जानी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड्डकन ने पत्रकारों से कहा कि इस संबंध में उनकी पार्टी लगातार सवाल कर रही है लेकिन मोदी सरकार किसी का भी जवाब नहीं दे रही है।
कीमत छिपा रही भाजपा
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस सौदे में घोटाला किया गया है इसलिए सरकार कीमत छिपा रही है लेकिन 2019 के चुनाव में जनता उससे यही सवाल पूछेगी और उसे जवाब देना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पहले रक्षा मंत्री ने कहा कि था कि रक्षा सचिव विमानों की कीमत बताएंगे लेकिन बाद में सरकार मुकर गयी और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए विमानों की कीमत बताने से पीछे हट गयी। उन्होंने कहा कि सरकार भले ही इन विमानों की कीमत नहीं बता रही है लेकिन विमान बनाने वाली कंपनी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसने यही विमान कतर और मिस्र से भी खरीदे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि रिपोर्ट में विमानों की कीमत का जिक्र है और दोनों देशों की तुलना में भारत से एक विमान की कीमत 350 करोड़ रुपए से अधिक ली गयी है। मोदी सरकार मेक इन इंडिया की बात करती है लेकिन राफेल सौदे में उसने इन विमानों को देश में ही बनाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एचएएल को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण संबंधी समझौते को खत्म कर दिया। सरकार ने इसके बजाय यह जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी है जिसका विमानन क्षेत्र में कोई अनुभव नहीं है।