Edited By ,Updated: 25 Sep, 2016 09:43 PM
दिल्ली सरकार की ‘चुनौती 2018’ ने इस सप्ताह नए चरण में प्रवेश कर लिया। इसके तहत स्कूल के संपूर्ण तंत्र ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया...
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की ‘चुनौती 2018’ ने इस सप्ताह नए चरण में प्रवेश कर लिया। इसके तहत स्कूल के संपूर्ण तंत्र ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा तय लक्ष्य ‘पढऩे की 100 प्रतिशत समर्थता’ को पूरा करने के लिए कमर कसी।
पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर सिसोदिया ने अध्यापकों को यह शपथ दिलाई थी कि कक्षा छह से आठ में पढ़ रहे सभी बच्चे बाल दिवस 14 नवंबर तक पढऩे में समर्थ होने चाहिए। सिसोदिया ने कहा,‘‘इस सरकार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में ढांचागत सुविधाओं और अध्यापन की स्थितियों में सुधार पर लगातार काम किया है। बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार लाना भी हमारी सरकार की प्राथमिकता है। 100 प्रतिशत ‘पढऩे की समर्थता’ पहल लंबे समय में बच्चों को बेहतर और तेजी से सीखने में मददगार होगी।’’ चुनौती 2018 उन बच्चों को विशेष मदद उपलध कराने की एक योजना है जो अपनी पाठ्यपुस्तकें पढऩे में असमर्थ हैं।