Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Dec, 2017 12:13 PM
दिल्ली सरकार निजी अस्पतालों के खिलाफ नहीं है लेकिन आपराधिक लापरवाही और ‘‘रोगियों से लूट’’ के मामलों में वह कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी। यह बात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार शालीमार बाग में मैक्स अस्पताल...
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार निजी अस्पतालों के खिलाफ नहीं है लेकिन आपराधिक लापरवाही और ‘‘रोगियों से लूट’’ के मामलों में वह कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी। यह बात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कही। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार शालीमार बाग में मैक्स अस्पताल जैसे बड़े अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का साहस कर सकी। कई मामलों में कथित तौर पर चिकित्सकीय लापरवाही करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने के बाद उनका बयान सामने आया। अस्पताल ने 30 नवम्बर को गलत तरीके से एक जिंदा बच्चे को मृत घोषित कर दिया था। बच्चे को एक प्लास्टिक बैग में उसके अभिभावकों को सौंपा गया था।
एक हफ्ते बाद पीतमपुरा के एक नर्सिंग होम में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने निजी अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने की आलोचना की। बहरहाल केजरीवाल ने दिल्ली की पूर्ववर्ती सरकार की यह कहते हुए आलोचना की कि ‘‘बड़े’’ और ताकतवार लोगों से उनकी मिलीभगत थी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम अस्पताल से साठगांठ करते तो हम अपनी अंतरात्मा का सामना नहीं कर पाते और लोगों का विश्वास खो देते।
हम निजी अस्पतालों के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन आपराधिक लापरवाही और रोगियों से लूट के मामले में हम कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेंगे।’’ बिजली कंपनियों के संचालन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले तीन वर्षों से बिजली के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। केजरीवाल जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना की शुरुआत किए जाने के अवसर पर बोल रहे थे।