जीएसटी में लघु इकाइयों को विशेष व्यवहार की मांग

Edited By ,Updated: 28 Apr, 2017 09:30 PM

demand of special treatment for small units in gst

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सम्बद्ध लघु उद्योग भारती ने दो करोड़ रुपए से कम कारोबार .....

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सम्बद्ध लघु उद्योग भारती ने दो करोड़ रुपए से कम कारोबार वाली सूक्ष्म व लघु उद्यमों को तरजीही व्यवहार की मांग करते हुए सरकार से अपील की है कि इन्हें वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) के शून्य शुल्क ढांचे में रखा जाए। लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष आे पी मित्तल ने संवाददाताओं से कहा,‘ हम चाहते हैं कि जीएसटी में संशोधन हो। हम जीएसटी के मौजूदा रूप से संतुष्ट नहीं हैं। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार को संशोधन करना चाहिए।’

उन्होंने कहा कि सूक्ष्म व लघु उद्योगों को बीते 30 साल से उत्पाद शुल्क में छूट मिल रही है जिसके तहत कारोबार की सीमा को 2006-07 में बढाकर 1.5 करोड़ रुपए कर दिया गया। मित्तल ने कहा- हालांकि जीएसटी प्रणाली के तहत सरकार ने उत्पाद शुल्क छूट के लिए 20 लाख रुपए के कारोबार की सीमा तय की है। सरकार जीएसटी को एक जुलाई से लागू करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। लघु उद्योग भारती ने कुछ और विकल्प भी सुझाए हैं।  

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!