Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 08:36 AM
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी ज्यादा है। उन्हें पिछले कई दशकों में सबसे डाइनामिक प्राइम मिनिस्टर माना जाता है। उनकी पहचान हमेशा 2 चीजों को लेकर रही। पहला राष्ट्रवाद और दूसरा देश की अर्थव्यवस्था को ऊंचाई पर ले जाने का उनका...
नई दिल्ली: भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी ज्यादा है। उन्हें पिछले कई दशकों में सबसे डाइनामिक प्राइम मिनिस्टर माना जाता है। उनकी पहचान हमेशा 2 चीजों को लेकर रही। पहला राष्ट्रवाद और दूसरा देश की अर्थव्यवस्था को ऊंचाई पर ले जाने का उनका पक्का वायदा। हालांकि दूसरी पहचान अब धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है। पिछले 2 वर्षों में भारत के ग्राहकों के भरोसे में गिरावट देखी गई है। कंस्ट्रक्शन की रफ्तार धीमी हुई है। निश्चित निवेश की दर गिरी है, कई फैक्टरियां बंद हो गईं और बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता चला गया।
उंगलियां मोदी की ओर उठाई जा रही हैं। लगभग सभी अर्थशास्त्री इस बात को लेकर सहमत हैं कि प्रधानमंत्री की ओर से लिए गए 2 सबसे बड़े नीतिगत फैसलों ने भारत की ग्रोथ को धीमा कर दिया है। पहले अचानक नोटबंदी की गई और फिर एक साल के भीतर ही टैक्स को लेकर बड़ा कदम उठाया गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने मोदी की लोकप्रियता और उनके फैसले पर लोगों की राय को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें उनकी लोकप्रियता घटी है।