Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Sep, 2017 11:11 AM
जिस कानून का इस्तेमाल कर हनीप्रीत गिरफ्तारी से बचना चाहती थी उसी कानून की बारीकियोंं में हनीप्रीत उलझ गई है।
नई दिल्ली(पंकज वशिष्ठ): जिस कानून का इस्तेमाल कर हनीप्रीत गिरफ्तारी से बचना चाहती थी उसी कानून की बारीकियोंं में हनीप्रीत उलझ गई है। जानकारों की मानें तो हनीप्रीत के सामने अब पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय में आत्म समर्पण करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है। ऐसे में उसके सामने कुआं है तो पीछे खाई। दिल्ली उच्च न्यायालय में ट्राजिंट जमानत याचिका के खारिज होने के बाद हरियाणा व पंजाब पुलिस के साथ अब राजधानी में हनीप्रीत के मौजूद होने की बात सामने आने पर दिल्ली पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गई है। इस सिलसिले में पुलिस ने मुखबीर तंत्र को भी अलर्ट कर दिया है।
पकड़े जाने के डर से फोन का इस्तेमाल नहीं कर रही
पुलिस को शक है कि पकड़े जाने से बचने के लिए हनीप्रीत फोन का इस्तेमाल नहीं कर रही है। वह जानकार लोगों के फोन का इस्तेमाल इंटरनेट पर होने वाली वाट्सएप कॉल या फिर चैट के जरिए कर रही है। पुलिस की नजर हनीप्रीत के सम्पर्क में रहने वाले लोगों के ऊपर है, जिनमें उसके एडवोकेट से लेकर गुरमीत की प्रॉपटी का केयरटेकर भी शामिल है।
वकील और ए-9 पर पैनी नजर
दक्षिण पूर्वी जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हनीप्रीत को ढूंढऩे के लिए दिल्ली के सभी थानों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है, खासकर पुलिस की नजर लाजपत नगर और ग्रेटर कैलाश पार्ट टू एंक्लेव पर बनी हुई है। एक जगह हनीप्रीत के एडवोकेट का ऑफिस है तो दूसरी ओर गुरमीत की कोठी। इसके आसपास खाकी वर्दी में पुलिस को भी लगाया गया है। इसके अलावा पुलिस ने अपने सभी मुखबिरों से कहा है कि अगर कहीं पर भी हनीप्रीत के बारे में कोई जानकारी मिले तो उसे फौरन शेयर किया जाए।