Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 May, 2017 10:29 AM
डॉक्टरों को भगवान कहा जाता है लेकिन अगर वह ही इंसानियत को बेपर्दा कर दें तो कोई कहां जाए। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में एक 14 साल की लड़की की करंट लगने से मौत हो गई थी।
गाडरवारा/जबलपुरः डॉक्टरों को भगवान कहा जाता है लेकिन अगर वह ही इंसानियत को बेपर्दा कर दें तो कोई कहां जाए। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में एक 14 साल की लड़की की करंट लगने से मौत हो गई थी। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए गाडरवारा के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। इस पर डॉक्टर ने मृतक लड़की के परिजनों के सामने ही अस्पताल के खुले मैदान में उसका पोस्टमार्टम कर दिया। इस पर वहां मौजूद लोगों ने काफी हंगामा किया।
पोस्टमार्टम कर रहे डॉक्टर ने सफाई दी कि एसडीएम को सूचना देकर ही ऐसा किया। हालांकि एसडीएम ने इस बात की जानकारी होने से साफ इनकार किया और कहा कि उन्होंने ऐसी कोई इजाजत दी थी। बताया जा रहा कि पोस्टमार्टम हाऊस में गाय का शव पड़ा था जिस वजह से पोस्टमार्टम डॉ. पंथी कोरी ने मैदान में बिना पर्दा लगाए ही घर वालों के सामने कर दिया। डॉक्टर की इस हरकत से गुस्साए परिजनों व सर्व ब्राम्हृाण महासभा ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है।