निजी स्वार्थ के लिए पार्टी तोडऩे का प्रयास : राजीव शुक्ला

Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 09:24 PM

efforts to break the party for personal interest   rajiv shukla

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने बिहार में महागठबंधन से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अलग होने के बाद कांग्रेस में टूट...

पटना : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने बिहार में महागठबंधन से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के अलग होने के बाद कांग्रेस में टूट को लेकर चल रही अटकलों के बीच आज कहा कि राजनीति में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो निजी स्वार्थ के लिए इस तरह का प्रयास करते हैं।

शुक्ला ने पार्टी में टूट की अटकलों और इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी को पार्टी की ओर से दी गई चेतावनी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि राजनीति में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो निजी स्वार्थ के लिए इस तरह का प्रयास करते हैं। ऐसे लोगों से मेरा आग्रह होगा कि कांग्रेस की टिकट पर जीतकर वह विधायक बने हैं इसलिए वह पार्टी के प्रति अपने दायित्वों को समझें। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल अपने फायदे के लिए विपक्षी पार्टियों में इस तरह का माहौल बनाता है।

सांसद ने जदयू के कांग्रेस में विकल्प बनने की क्षमता नहीं होने के आरोप पर कहा कि केंद्र में 10 सालों तक कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार रही है। ऐसा नहीं है कि पार्टी पिछले 15-20 सालों से निष्क्रिय बनी हुई है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी विपक्ष का नेतृत्व करेगी, जिससे सत्तारूढ़ दल के लिए मुश्किलें जरूर खड़ी होगी।

शुक्ला ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सार्वजनिक कार्यों की अनदेखी कर विदेश दौरे और छुट्टियां मनाने के आरोपों पर कहा कि ऐसा नहीं है कि वह मेहनत नहीं करते लेकिन सत्तापक्ष मीडिया के जरिए विपक्षियों के बारे में दुष्प्रचार करवाता रहता है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों को भी कई देशों से बुलावा आता है, जिसमें उनके प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। 

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